1ST DAY COLLECTION OF KANGUVA REVIEW, BUDGET AND
वेलकम बैक दोस्तों! क्या हाल हैं आप सबके?
उम्मीद है कि आप सब अच्छे होंगे। Kanguva का पहले दिन का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन सामने आ चुका है और इस फिल्म ने काफी चर्चा बटोरी है। चलिए देखते हैं कि Kanguva के बारे में
सूर्या और बॉबी देओल की लेटेस्ट फिल्म Kanguva ने थिएटर्स में रिलीज होते ही लोगों का ध्यान खींचा। जब मैंने इस फिल्म को देखा, तो मिक्स्ड फीलिंग्स के साथ थिएटर से बाहर निकला। चलिए, जानते हैं कि Kanguva में क्या खास था और क्या खटकने वाला था।
Kanguva का पहला इम्प्रेशन: टीजर से बढ़ा एक्साइटमेंट
जब Kanguva का पहला टीजर और प्रोमो रिलीज हुआ था, उसमें बड़े पैमाने का प्रोडक्शन, खूबसूरत लोकेशन्स, और कॉस्ट्यूम्स ने उम्मीदें जगा दी थीं। मूवी का सेटअप 1000 साल पहले का है, जहाँ मुख्य पात्र जंगली और बुनियादी ज़रूरतों के लिए संघर्ष करते हैं। इस सेटिंग को देखते हुए, स्केल और प्रोडक्शन क्वालिटी वाकई सराहनीय है। इसके बावजूद, कुछ कमियों ने इस एक्साइटमेंट को धीरे-धीरे फीका कर दिया।
2024 में दिशा पाटनी की एंट्री और सेंसर बोर्ड का इशू
फिल्म का 2024 का हिस्सा दिशा पाटनी के कुछ सीन, रोमांस, और एक हिट गाने के साथ शुरू होता है। इसी गाने को सेंसर बोर्ड ने लेकर विवाद किया था, जिसमें कुछ हिस्से कटे हुए हैं। मूवी में एक ऐसा क्लिप भी है जो थिएटर में देखने वालों के लिए विशेष रखा गया है। दिशा पाटनी के ग्लैमरस अवतार और गानों में बिकनी शॉट्स के बावजूद, यह फिल्म की कहानी में बस ग्लैमर ही जोड़ता है, जबकि कहानी को विशेष तरीके से आगे नहीं बढ़ाता।
डबल टाइम फ्रेम्स की चुनौती: एक पुराना और एक आधुनिक
Kanguva की कहानी को दो टाइम फ्रेम्स में बांटा गया है – एक 1070 का काल और दूसरा 2024। प्रारंभ में 2024 के सीन्स को देखकर यह मॉडर्न सेटअप अच्छा लगता है, लेकिन फिर कहानी अचानक 1000 साल पीछे चली जाती है। जहां कहानी एक प्राचीन संघर्ष की ओर बढ़ती है। पुराने समय के सीन में पांच जनजातियों का संघर्ष और सूर्या एवं बॉबी देओल के बीच सत्ता का संघर्ष है। इसके बावजूद, दोनों टाइम फ्रेम्स के बीच की कनेक्टिविटी कहीं खो जाती है और कहानी में कोई बड़ी रोचकता नहीं जुड़ पाती।
फिल्म में AI, VFX और 3D इफेक्ट्स का मिक्स
फिल्म के शुरुआती हिस्सों में कुछ AI-जनरेटेड फोटो और वीडियो क्लिप्स का इस्तेमाल किया गया है जो कहानी के अनुसार अच्छे लगते हैं। परंतु, 3D इफेक्ट्स का ओवरडोज कई जगह परेशान करने वाला बन जाता है। खासकर, जब चीजें बार-बार स्क्रीन पर आपकी ओर फेंकी जाती हैं। शुरू में यह इंटरेस्टिंग लगता है, लेकिन बार-बार एक ही चीज़ देखने से इरिटेशन होने लगता है।
Kanguva की हिंदी डबिंग और ऑडियो इश्यूज़
Kanguva की हिंदी डबिंग में काफी खामियाँ हैं। सूर्या की आवाज में वह ग्रैविटी नहीं है जो उनकी पर्सनालिटी को सूट करे। बॉबी देओल की आवाज प्रोसेसिंग में इतनी ज्यादा बदल दी गई है कि वह खुद की मिमिक्री करते हुए लगते हैं। ऑडियो क्वालिटी खराब होने से फिल्म की सीरियसनेस पर असर पड़ता है।
क्लाइमैक्स और एक्शन सीन में एडिटिंग की कमी
Kanguva के क्लाइमैक्स में एडिटिंग की खामियाँ खुलकर सामने आती हैं। जब एक्शन सीन होते हैं, तो हर पंच और मूव को बार-बार दिखाया गया है, जिससे सीन बोरिंग बन जाता है। स्लो मोशन और ओवर-कट्स की भरमार है। इस तरह की एडिटिंग से सीन की इंटेंसिटी खो जाती है।
शुरुआती प्रतिक्रिया और नेगेटिव रिव्यूज़
सुबह के शो में “Kanguva” की ऑक्युपेंसी काफी अच्छी रही। फिल्म ने पहले शो से ही कुछ अच्छी कमाई की, लेकिन जैसे-जैसे समय बीता, दर्शकों की प्रतिक्रिया में कमी देखी गई। दोपहर और शाम के शो में, ऑक्युपेंसी दर घट गई और नकारात्मक समीक्षाओं का असर पड़ा। कई दर्शकों ने फिल्म को उम्मीद से कम बताया और इसे उम्मीद से कम सकारात्मक रिस्पॉन्स मिला। इसके कारण, शाम और रात के शो में ऑक्युपेंसी कम रही, और बॉक्स ऑफिस कलेक्शन पर इसका प्रभाव साफ दिखा।
1ST DAY COLLECTION OF KANGUVA
Kanguva के पहले दिन के कुल कलेक्शन पर नज़र डालें, तो इंडिया में इसने सभी भाषाओं में लगभग 20 से 22 करोड़ की कमाई की। वहीं, ओवरसीज कलेक्शन की बात करें तो यह आंकड़ा लगभग 15 करोड़ रहा। इस तरह फिल्म ने पहले दिन कुल मिलाकर लगभग 45 करोड़ की वर्ल्डवाइड ग्रॉस ओपनिंग की है, जो कि उम्मीद से कम माना जा रहा है।
बड़े बजट के बावजूद कमाई में कमी
“Kanguva” को इंडिया और ओवरसीज में बड़ी संख्या में स्क्रीन पर रिलीज किया गया था, ठीक उसी तरह जैसे “केजीएफ चैप्टर 2” और “आरआरआर” को रिलीज किया गया था। हालांकि, इतनी बड़ी रिलीज और बजट के बावजूद फिल्म का कलेक्शन अपेक्षाकृत कम रहा। Kanguva का बजट 200 करोड़ से अधिक का बताया गया है, और इस लिहाज से फिल्म की शुरुआती कमाई ने निराश किया है।
आगे की उम्मीदें: वीकेंड का होगा निर्णायक प्रभाव
अब देखना यह होगा कि वीकेंड पर फिल्म का प्रदर्शन कैसा रहता है। शुक्रवार, शनिवार और रविवार के वीकेंड के शोज़ से “Kanguva” को अपनी स्थिति सुधारने का मौका मिलेगा। अगर इन दिनों में फिल्म अच्छा प्रदर्शन करती है, तो आगे इसे बॉक्स ऑफिस पर बेहतर समर्थन मिल सकता है।
पहले दिन की ऑक्युपेंसी दरें
अब आइए पहले तमिल में फिल्म की ऑक्युपेंसी रिपोर्ट पर नजर डालें:
- तमिल 2D ऑक्युपेंसी
- सुबह: 35%
- दोपहर: 33%
- शाम: 30%
- ओवरऑल: 33%
- तमिल 3D ऑक्युपेंसी
- सुबह: 45%
- दोपहर: 43%
- शाम: 48%
- ओवरऑल: 46%
- हिंदी 3D ऑक्युपेंसी
- सुबह: 7%
- दोपहर: 11%
- शाम: 11%
- ओवरऑल: 10%
तमिल 3D वर्जन में ज्यादा अच्छा रिस्पांस देखने को मिला, खासकर चेन्नई, बेंगलुरु और कोच्चि जैसे शहरों में।
शोज की संख्या
चेन्नई में Kanguva के 340 शोज चल रहे हैं, वहीं बेंगलुरु में 338 शोज और मुंबई में 118 शोज रखे गए हैं। यह फिल्म की बड़े पैमाने पर रीजनल और नेशनल मौजूदगी को दर्शाता है।
बॉक्स ऑफिस कलेक्शन का अनुमान
शाम 7 बजे तक Kanguva ने लगभग ₹16 करोड़ नेट कलेक्शन कर लिया है। रात के शोज के साथ पहले दिन का कुल कलेक्शन ₹25-30 करोड़ तक पहुँच सकता है। ओवरसीज की उम्मीद करीब ₹15 करोड़ है, जिससे वर्ल्डवाइड पहले दिन का कलेक्शन लगभग ₹55-60 करोड़ हो सकता है।
बजट और ब्रेक-इवन का लक्ष्य
Kanguva का बजट करीब ₹350 करोड़ है, जिसमें प्रमोशन और अन्य खर्च मिलाकर ₹400 करोड़ तक पहुंच सकता है। इसे हिट का टैग हासिल करने के लिए लगभग ₹300 करोड़ की नेट कलेक्शन चाहिए, जो फिल्म के लिए एक चुनौतीपूर्ण लेकिन संभव लक्ष्य है।
निष्कर्ष: क्या Kanguva वाकई देखने लायक है?
Kanguva में वह तमाम एलिमेंट्स हैं जो एक पैन इंडिया फिल्म को हिट बना सकते थे – बड़ा स्केल, शानदार विजुअल्स, और एक स्टोरी जो हजार साल पुराने बैकड्रॉप में सेट है। लेकिन कमजोर एडिटिंग, खराब हिंदी डबिंग, और वीक एक्शन सीन्स ने फिल्म की क्वालिटी को गिरा दिया है। अगर आपको केवल विजुअल्स का मजा लेना है और बड़े स्क्रीन पर कुछ ग्लैमरस सीन देखने हैं, तो Kanguva देख सकते हैं।
मूवी देखने की सोच रहे हैं, तो एक्सपेक्टेशंस को थोड़ा कम रखें।
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