New Delhi Railway Station Stampede Live Updates: भीड़ प्रबंधन की विफलता और यात्रियों की मुश्किलें

New Delhi Railway Station पर हाल ही में हुई भगदड़ ने यात्रियों की सुरक्षा और रेलवे प्रशासन की तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह हादसा तब हुआ जब बड़ी संख्या में लोग प्रयागराज जाने के लिए स्टेशन पर इकट्ठा हुए थे। महाकुंभ मेले के कारण रेलवे स्टेशन पर अत्यधिक भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे हालात बिगड़ गए।

New Delhi Railway Station Stampede Live Updates

New Delhi Railway Station पर कैसे हुई भगदड़?

भगदड़ का मुख्य कारण स्टेशन पर अचानक बढ़ी भीड़ और अपर्याप्त प्रबंधन था। प्रयागराज एक्सप्रेस 14 नंबर प्लेटफॉर्म से रवाना होने वाली थी, लेकिन दो अन्य ट्रेनों के देरी से आने के कारण वहां यात्रियों की संख्या अचानक बढ़ गई।

  • प्लेटफॉर्म नंबर 12, 13 और 14 पर यात्रियों की भारी भीड़ जमा हो गई।
  • रेलवे की ओर से हर घंटे 1500 जनरल टिकट जारी किए जा रहे थे, जिससे भीड़ और बढ़ गई।
  • भीड़ नियंत्रण की कोई विशेष व्यवस्था नहीं थी।
  • स्टेशन पर तैनात आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) के जवानों की संख्या सामान्य दिनों की तरह ही थी, जबकि स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त बल की जरूरत थी।

घायलों और पीड़ितों की स्थिति

इस भगदड़ में दर्जनों लोग घायल हुए, जिनमें ज्यादातर बुजुर्ग और महिलाएं शामिल थीं।

  • कुछ यात्री भगदड़ में गिरने के कारण चोटिल हो गए।
  • कई लोगों को दम घुटने की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया।
  • घायलों को तुरंत एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया गया।
  • रेलवे और पुलिस प्रशासन बिछड़े हुए यात्रियों को उनके परिवारों तक पहुंचाने में जुटा है।

यात्रियों की नाराजगी

कई यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

  • कुछ यात्रियों का कहना है कि वे प्रयागराज नहीं जा रहे थे, फिर भी उन्हें स्टेशन पर ही रोक दिया गया।
  • रिजर्व टिकट होने के बावजूद लोगों को ट्रेन पकड़ने की अनुमति नहीं दी गई।
  • कामकाजी यात्रियों को अपने संस्थानों से छुट्टी न मिलने की चिंता सता रही थी।

प्रशासन की विफलता

इस पूरे घटनाक्रम ने रेलवे प्रशासन और भीड़ नियंत्रण की नीतियों पर गंभीर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है।

  • रेलवे को पहले से अनुमान लगाना चाहिए था कि महाकुंभ के कारण भीड़ बढ़ेगी।
  • अतिरिक्त आरपीएफ जवानों की तैनाती और भीड़ नियंत्रण के लिए बैरिकेडिंग की जरूरत थी।
  • यात्रियों की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए समुचित योजना बनानी चाहिए थी।

क्या है आगे की योजना?

घटना के बाद रेलवे प्रशासन ने अतिरिक्त ट्रेनें चलाने की घोषणा की है।

  • प्रयागराज जाने के लिए चार स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं।
  • रेलवे अधिकारियों ने कहा है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए नई योजनाएं बनाई जाएंगी।

निष्कर्ष

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की भगदड़ ने दिखाया कि भीड़ नियंत्रण में प्रशासन की लापरवाही कितनी महंगी साबित हो सकती है। इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए रेलवे को यात्रियों की सुरक्षा के उपायों पर विशेष ध्यान देना होगा।

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